इस पोस्ट मे SMD Transistor क्या है, ट्रांजिस्टर की परिभाषा, ट्रांजिस्टर कितने प्रकार के होते है, किसी cuircit मे ट्रांजिस्टर का प्रयोग क्यो किया जाता है, ट्रांजिस्टर को मल्टीमीटर से कैसे चेक करते है के बारे मे जानकारी दी गई है।
Transistor एक बहुत ही साधारण सा दिखाई देने वाला कॉम्पोनेन्ट होता है लेकिन इसके काम बहुत बड़े है। ट्रांजिस्टर का इस्तेमाल सर्किट में बहुत से कार्यो को करने के लिए किया जाता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा उपयोग एम्प्लीफिकेशन के लिए होता है। एम्प्लीफिकेशन का मतलब किसी भी सिग्नल की शक्ति को बढ़ाने के लिए होता है। तो आइए हम Transistor के बारे मे जानते हैं,की Transistor क्या होता है (what is Transistor) और किसी भी Mobile मे Transistor का Use क्यो किया जाता है। तथा Transistor को Multimeter से कैसे check करते है(how to check transistor by using multimeter).
Transistor क्या है ?
तीन semi-conductor को जोड कर बनाया जाने वाले Device को Transistor कहते है। transistor semi-conductor पदार्थ जैसे कि,सिलिकॉन,जर्मेनियम का बना होता है। Transistor का use 3 terminal पर external connection देने के लिए किया जाता है। Voltage या Current Transistor के 1 terminal के साथ apply होने पर दूसरे terminal पर current को change कर देता है,क्योकी control की जाने वाली Output Power, Input Power से ज्यादा हो सकती इसलिए एक transistor Signal को Amplify भी कर सकता है। एक N टाइप क्रिस्टल तथा एक P टाइप क्रिस्टल को जोड कर एक P-N जंक्शन का निर्माण होता है और Diode इसी P-N junction का उदाहरण है,क्योकि Transistor मे दो P-N junction होते है इसलिए यह कहा जा सकता है कि Transistor एक Double Diode है।
यह भी पढ़े - Diode क्या है,इसे Circuit मे क्यो प्रयोग करते है।
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Transistor मे तीन Terminal होते है
• Collector- Common Collector Configuration
• Base - Common base configuration (Ground)
• Emitter - Common emitter configuration
ट्रांजिस्टर के प्रकार | Types of Transistor in Mobile PCB
(1) PNP (Positive negative Positive) Transistor
(2) NPN (negative Positive negative) Transistor
(1) PNP (Positive negative Positive) Transistor
PNP Transistor दो P टाइप और एक N टाइप के क्रिस्टल से मिलाकर बनाया जाता है। N टाइप के दोनो ओर P टाइप के क्रिस्टल को जोड देते है,क्रिस्टल के इस प्रकार जुडने पर दो Junction का निर्माण होता है। एक P-N जंक्शन एक N-P जंक्शन आपस में मिला दिया जाता है। तो खंडो मे से 3 खंड PNP रह जाते है। इस प्रकार के निर्मित Transistor को PNP Transistor कहते है।
• इसमे करंट का फ्लो Emitter से Base के बीच मे होता है।
(2) NPN (negative Positive negative) Transistor
NPN Transistor दो N टाइप और एक P टाइप के क्रिस्टल से मिलाकर बनाया जाता है। P टाइप के दोनो ओर N टाइप के क्रिस्टल को जोड देते है,क्रिस्टल के इस प्रकार जुडने पर दो Junction का निर्माण होता है। एक N-P जंक्शन एक P-N जंक्शन आपस में मिला दिया जाता है। तो खंडो मे से 3 खंड NPN रह जाते है। इस प्रकार के निर्मित Transistor को NPN Transistor कहते है।
• इसमे करंट का फ्लो Base से Emitter के बीच मे होता है।
यह भी जानें- मल्टीमीटर क्या है How to use Multimeter in hindi.
Transistor को Multimeter से कैसे check करते है।
- Transistor को check करने के लिए इसमे लगे दोनो Diode को check किया जाता है जिसमे एक A और B के बीच तथा दूसरा B औऱ C के बीच लगा होता है।
- Multimeter को बजर मोड पर रखते है।
- Red प्रोब को A पर तथा Black प्रोब को B पर रखेगें।
- यदि Reading मिलती है तो Transistor PNP है और यदि Reading नही मिलती है तो Transistor, NPN Transistor है।
- यदि दोनो ओर Reading नही मिलने पर Transistor खराब माना जायेगा।
Mobile Circuit मे ट्रांजिस्टर के उपयोग | Use of Transistor in Circuit
- Amplification- Transistor का मुख्य Use signal की शक्ति को बढाने के लिए अर्थात amplification के लिए किया जाता है।
- Switching - Mobile PCB मे Transistor का Use Switching के लिए भी किया जाता है।
- Voltage Regulation - यह Voltage को Regulate करने का भी कार्य करता है।
- मल्टीमीटर से ट्रांजिस्टर की जांच कैसे करें | How to check smd Transistor with multimeter
- Transistor को Multimeter के द्वारा Check करने के लिए Red प्रोब को Emitter पर तथा Black प्रोब को Base पर रखेगे । यदि reading मिलती है तो transistor PNP Transistor है यदि नही मिलती तो Transistor NPN Transistor है।
- यदि दोनो ओर reading नही मिलती तो transistor खराब है।
- यदि दोनो ओर 1 आता है तो transistor Open हो गया है।
Mobile PCB मे Transistor की पहचान करना
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